Thursday, October 3, 2019

Ctet /uptet special नेशनल पार्क

नेशनल पार्क।

🌴राजस्थान
1. केवला देवी राष्ट्रीय उद्यान
2. रणथ्मभोर राष्ट्रीय पार्क
3. सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान
4. डैजर्ट राष्ट्रीय पार्क
5. दर्रा राष्ट्रीय पार्क
6. घना पक्षी राष्ट्रीय पार्क
7. केवला देवी राष्ट्रीय पार्क
8. ताल छापर अभ्यारण्य
9. माउंट आबू वाईल्ड लाइफ सैंचुरी
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🌴मध्य प्रदेश
1. कान्हा राष्ट्रीय पार्क
2. पेंच राष्ट्रीय पार्क
3. पन्ना राष्ट्रीय पार्क
4. सतपुड़ा राष्ट्रीय पार्क
5. वन विहार पार्क
6. रुद्र सागर झील राष्ट्रीय पार्क
7. बांधवगढ नेशनल पार्क
8. संजय नेशनल पार्क
9. माधव राष्ट्रीय पार्क
10. कुनो नेशनल पार्क
11. माण्डला प्लांट फौसिल राष्ट्रीय पार्क
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🌴अरुणाचल प्रदेश
1. नामदफा राष्ट्रीय पार्क
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🌴हरियाणा
1. सुलतानपुर राष्ट्रीय पार्क
2. कलेशर राष्ट्रीय पार्क
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🌴उत्तर प्रदेश
1. दूदवा राष्ट्रीय पार्क
2. चन्द्रप्रभा वन्यजीव विहार
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🌴झारखंड
1. बेतला राष्ट्रीय पार्क
2. हजारीबाग राष्ट्रीय पार्क
3. धीमा राष्ट्रीय पार्क
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🌴मणिपुर
1. काइबुल लाम्झो राष्ट्रीय पार्क
2. सिरोही राष्ट्रीय पार्क
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🌴सिक्किम
1. खांचनजोंगा राष्ट्रीय पार्क
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🌴त्रिपुरा
1. क्लाउडेड राष्ट्रीय पार्क
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🌴तमिलनाडु
1. गल्फ आफ मनार राष्ट्रीय पार्क
2. इन्दिरा गांधी ( अन्नामलाई ) राष्ट्रीय पार्क
3. प्लानी हिल्स राष्ट्रीय पार्क
4. मुकुरूथी नेशनल पार्क
5. गुनीडे नेशनल पार्क
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🌴ओडिसा
1. भीतरगनिका राष्ट्रीय पार्क
2. सिंमली राष्ट्रीय पार्क
3. नन्दनकानन राष्ट्रीय चिड़ीयाघर
4. चिल्का झील अभयारण्य
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🌴मिजोरम
1. माउन्टेन राष्ट्रीय पार्क
2. मुरलेन राष्ट्रीय पार्क
3. फांगपुई नेशनल पार्क
4. डाम्फा अभ्यारण्य
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🌴जम्मू-कश्मीर
1. दाचीग्राम राष्ट्रीय पार्क
2. सलीम अली राष्ट्रीय पार्क
3. किस्तवाड़ राष्ट्रीय पार्क
4. हैमनिश नेशनल पार्क
5. जैव मण्डल रीजर्व , श्रीनगर
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🌴पश्चिम बंगाल
1. सुन्दरवन राष्ट्रीय पार्क
2. बुक्सा राष्ट्रीय पार्क
3. जलधपारा राष्ट्रीय पार्क
4. गोरूवारा राष्ट्रीय पार्क
5. सिंघालिला राष्ट्रीय पार्क
6. नियोरा वैली नेशनल पार्क
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🌴असम
1. मानस राष्ट्रीय पार्क
2. काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क
3. नामेरी राष्ट्रीय पार्क
4. राजीव गांधी ओरांग पार्क
5. डिब्रूगढ़ शेखोवाल राष्ट्रीय पार्क
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🌴आंध्र प्रदेश
1. कसरू ब्रह्मानंदा रेड्डी नेशनल पार्क
2. इन्दिरा गाँधी प्राणी विज्ञान पार्क
3. मरूगवामी नेशनल पार्क
4. श्री वेंकटेश्वरम राष्ट्रीय पार्क
5. कावला राष्ट्रीय पार्क
6. नागार्जुन सागर राष्ट्रीय पार्क
7. नेलापत्तु पक्षी राष्ट्रीय पार्क
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🌴महाराष्ट्र
1. बोरीवली ( संजय गांधी ) राष्ट्रीय पार्क
2. चांदोली राष्ट्रीय पार्क
3. तबोड़ा राष्ट्रीय पार्क
4. गुग्गामल राष्ट्रीय पार्क
5. नवागांव राष्ट्रीय पार्क
6. तन्सा नेशनल पार्क, थाणे
7. मेलघाट राष्ट्रिय अभ्यारण्य
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🌴अण्डमान-निकोबार
1. सैडिल पीक राष्ट्रीय उद्यान
2. महात्मा गाँधी मैरीन ( वंदूर ) राष्ट्रीय उद्यान
3. फोसिल राष्ट्रीय पार्क
4. कैंपबैल नेशनल पार्क
5. गलेथा राष्ट्रीय पार्क
6. माऊंट हैरिट नेशनल पार्क
7. रानी झांसी मैरीन राष्ट्रीय पार्क
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🌴हिमाचल प्रदेश
1. पिन वैली पार्क
2. ग्रेट हिमालय राष्ट्रीय पार्क
3. रोहल्ला राष्ट्रीय पार्क
4. किरगंगा राष्ट्रीय पार्क
5. सीमलबरा राष्ट्रीय पार्क
6. इन्द्रकिला नेशनल पार्क
7. शिकरी देवी अभ्यारण्य
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🌴गुजरात
1. गिर राष्ट्रीय पार्क
2. मरीन राष्ट्रीय पार्क
3. ब्लेक बुक राष्ट्रीय पार्क
4. गल्फ आफ कच्छ
5. वंसदा नेशनल पार्क
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🌴उत्तराखण्ड
1. जिम कार्बेट राष्ट्रीय पार्क
2. वैली आफ फ्लावर राष्ट्रीय पार्क
3. नन्दा देवी राष्ट्रीय पार्क
4. राजाजी नेशनल पार्क
5. गोविन्द पासू विहार नेशनल पार्क
6. गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क
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🌴छत्तीसगढ
1. कांगेर घाटी ( कांगेर वैली ) राष्ट्रीय पार्क
2. इन्द्रावती राष्ट्रीय पार्क
3. गुरू घासीदास ( संजय ) राष्ट्रीय उद्यान
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🌴केरल
1. साइलेंट वैली राष्ट्रीय पार्क
2. पेरियार नेशनल पार्क
3. मैथीकेतन नेशनल पार्क
4. अन्नामुदाई नेशनल पार्क
5. एर्नाकुलम नेशनल पार्क
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🌴कर्नाटक
1. बांदीपुर राष्ट्रीय पार्क
2. नागरहोल ( राजीव गांधी ) राष्ट्रीय उद्यान
3. अंसी राष्ट्रीय पार्क
4. बनेरघाटला नेशनल पार्क
5. कुडूरमुख नेशनल पार्क
6. तुंगभद्रा राष्ट्रीय पार्क
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🌴पंजाब
1. हरिकै वैटलैण्ड नेशनल पार्क
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🌴तेलंगाना
1. महावीर हरीना वन

CTET/UPTET पर्यावरण से ग्रीन हाउस प्रभाव

कार्बन डॉईऑक्साइड : हरित गृह (ग्रीन हाउस) गैसों में कार्बन डाईऑक्साइड सबसे प्रमुख गैस है जो आमतौर से जीवाश्म ईधनों के जलने से उत्सर्जित होती है। वातावरण में यह गैस 0.5 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है तथा इसकी तपन क्षमता 1 है।



जैव ईधनों के जलने से प्रति वर्ष 5 बिलियन टन से भी ज्यादा कार्बन डाईऑक्साइड का जुड़ाव वातावरण में होता है जिसमें उत्तरी तथा मध्य अमेरिका, एशिया, यूरोप तथा मध्य एशियन गणतंत्रों का योगदान 90 प्रतिशत से भी ज्यादा का होता है। पूर्व-औद्योगीकरण काल की तुलना में वायु में कार्बन डाईऑक्साइड का स्तर आज 31 प्रतिशत तक बढ़ गया है। चूंकि वन कार्बन डाईऑक्साइड के प्रमुख अवशोषक होते हैं अतः वन-विनाश भी इस गैस की वातावरण में निरन्तर वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।



वातावरण में 20 प्रतिशत कार्बन डाईऑक्साइड जुड़ाव के लिए वन विनाश जिम्मेदार है। वन-विनाश के फलस्वरूप 1850 से 1950 के बीच लगभग 120 बिलियन टन कार्बन डाईऑक्साइड का वातावरण में जुड़ाव हुआ है। पिछले 100 वर्षों में कार्बन डाईऑक्साइड की वातावरण में 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।



वर्ष 1880 से 1890 के बीच कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा लगभग 290 पीपीएम (पार्ट्स ऑफ पर मिलियन), वर्ष 1980 में इसकी मात्रा 315 पीपीएम, वर्ष 1990 में 340 पीपीएम तथा वर्ष 2000 में 400 पीपीएम तक बढ़ गई है। ऐसी संभावना है कि वर्ष 2040 तक वातावरण में इस गैस की सान्द्रता 450 पीपीएम तक बढ़ जाएगी। कार्बन डाईऑक्साइड का वैश्विक तपन वृद्धि में 55 प्रतिशत का योगदान है। औद्योगीकृत विकसित देश वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड वृद्धि के लिए ज्यादा उत्तरदायी हैं।



मिथेन गैस : मिथेन  भी एक अत्यन्त ही महत्वपूर्ण हरितगृह गैस है जो 1 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से वातावरण में बढ़ रही है। मिथेन की तपन क्षमता 36 है। यह गैस कार्बन डाईऑक्साइड की तुलना में 20 गुना ज्यादा प्रभावी होती है। पिछले 100 वर्षों में वातावरण में मिथेन की दोगुनी वृद्धि हुई है। धान के खेत, दलदली भूमि तथा अन्य प्रकार की नम भूमियां मिथेन गैस के उत्सर्जन के प्रमुख स्रोत हैं।



एक अनुमान के अनुसार वातावरण में 20 प्रतिशत मीथेन की वृद्धि का कारण धान की खेती तथा 6 प्रतिशत कोयला खनन है। इसके अतिरिक्त, शाकभक्षी पशुओं तथा दीमकों में आंतरिक किण्वन (एन्टरिक फरमेन्टेशन) भी मिथेन उत्सर्जन के स्रोत हैं। वर्ष 1750 की तुलना में मिथेन की मात्रा में 150 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2050 तक मिथेन एक प्रमुख हरितगृह गैस होगी। इस गैस का वैश्विक तपन में 20 प्रतिशत का योगदान है। विकासशील देश विकसित देशों की तुलना में मिथेन उत्सर्जन के लिए ज्यादा उत्तरदायी हैं।

डॉ. जीन पियाजे के सम्पूर्ण अधिगम से संबंधित सिद्धांत

डॉ. जीन पियाजे ( 1896-1980 ) स्विस मनोवैज्ञानिक थे। वे मूल रूप से प्राणी शास्त्री थे, लेकिन उन्होंने मनोविज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण क...