रेलवे जोन व उनके मुख्यालय ( Railway Zone and Headquarter )
रेल्वे के 17 जोन (क्षेत्र) और उनके मुख्यालय निम्न है।
रेल्वे जोन – मुख्यालय रेल्वे
- सेंट्रल रेलबे – मुम्बई
- पूर्व रेलबे – कोलकाता
- पूर्वी रेलबे – भुवनेश्वर
- पूर्व सेंट्रल रेलबे – हाजीपुर
- उत्तर रेलबे – नई दिल्ली
- उत्तर सेंट्रल रेलबे – इलाहाबाद
- उत्तर पूर्व रेलबे – गोरखपुर
- उत्तर पूर्व फ्रंटीयर रेलबे – मालीगांव (गुवाहाटी)
- उत्तर पश्चिम रेलबे – जयपुर
- दक्षिण रेलबे – चेन्नई
- दक्षिण सेंट्रल रेलबे – सिकंदराबाद
- दक्षिण पूर्व रेलबे – कोलकाता
- दक्षिण पूर्व सेंट्रल रेलबे – बिलासपुर
- दक्षिण पश्चिम रेलबे – हुबली
- पश्चिम रेलबे – मुंबई
- पश्चिम सेंट्रल रेलबे – जबलपुर
- मैट्रो रेलबे – कोलकाता Railway GK Questions
विभिन्न क्षेत्रीय रेलबे जोन का गठन ( Railway Zone Established )
- दक्षिण रेलवे – इसका गठन 14 अप्रैल, 1951 को मद्रास एवं सदर्न मराठा रेलवे, साऊथ इण्डियन रेलवे तथा मैसूर स्टेट रेलवे को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 9682 किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – चेन्नई, तिरूचिरापल्ली, मदुराई, पालघाट, त्रिवेन्द्रम।
- मध्य रेलवे – इसका गठन 5 नवम्बर, 1951 को ग्रेड इण्डियन पेनिनसुला रेलवे, निजाम स्टेट रेलवे, सिन्धिया स्टेट रेलवे तथा धौलपुर स्टेट रेलवे को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 8785 रूट किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – मुम्बई (छ.शि.ट.) भुसावल, शोलापुर, पुणे, नागपुर।
- पश्चिम रेलवे – इसका गठन 5 नवम्बर, 1951 को बॉम्बे, बड़ौदा एण्ड सेन्ट्रल इण्डियन रेलवे (दिल्ली-रेवाड़ी फाजिल्का और कानुपर-अछनेरा खण्डों को छोड्कर) तथा सौराष्ट्र रेलवे, जयपुर स्टेट रेलवे, राजस्थान रेलवे, कच्छ स्टेट रेलवे तथा जोधपुर रेलवे के मारवाड़-फलौदा खण्ड को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 8789 रूट किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – मुम्बई (सेन्ट्रल), बड़ोदरा, रतलाम, भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद।
- उत्तर रेलवे – इसका गठन 14 अप्रैल, 1952 को ईस्टर्न पंजाबरेलवे, बीकानेर स्टेट रेलवे, जोधपुर रेलवे, ईस्ट इण्डियन रेलवे के मुरादाबाद, लखनऊ तथा इलाहाबाद मण्डल, बॉम्बे–बड़ौदा एण्ड सेन्ट्रल इण्डियन रेलवे का दिल्ली-रेवाड़ी फाजिल्का खण्ड को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 9667 रूट किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – दिल्ली, फिरोजपुर, मुरादाबाद, लखनऊ, अम्बाला।
- पूर्व रेलवे – इसका गठन 14 अप्रैल, 1952 को बंगाल नागपुर रेलवे तथा ईस्ट इण्डिया रेलवे को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 9120 रूट किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – हावड़ा, आसनसोल, सियालदह, माल्दा।
- पूर्वोत्तर रेलवे – इसका गठन 14 अप्रैल, 1952 को अवध-तिᠭఀहुत रेलवे, असम रेलवे, बॉम्बे-बड़ौदा एण्ड सेन्ट्रल इण्डियन रेलवे का कानपुर-अछनेरा खण्ड को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 7699 रूट किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – इज्जतनगर, लखनऊ, वाराणसी।
- दक्षिण पूर्व रेलवे – इसका गठन 1 अगस्त, 1955 को पूर्व रेलवे को दो भागों में विभक्त करके हुआ था। इसके अन्तर्गत पुराने पूर्व रेलवे के तीन मण्डल तथा बंगाल-असम रेलवे के सियालदह मण्डल को मिलाकर पूर्व रेलवे बनाया गया तथा इसे 3735 रूट किमी लम्बाई मिली तथा बंगाल-नागपुर रेलवे को दक्षिण-पूर्व रेलवे नाम से नया क्षेत्रीय रेलवे बनाया गया। गठन के समय इसे 5470 रूट किमी लम्बा रेलमार्ग मिला। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – चक्रधरपुर, खड़कपुर, आद्रा, राँची।
- पूर्वोत्तर सीमा रेलवे – इसका गठन 15 जनवरी, 1958 को पूर्वोत्तर रेलवे को दो भागों में विभक्त करके किया गया तथा इसमें कुछ शाखाओं को जोड़ा गया। इससे पूर्वोत्तर सीमा रेलवे को 2778 रूट किमी लम्बाई तथा पूर्वोत्तर रेलवे को 4949 रूट किमी लम्बा रेलमार्ग मिला। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – कटिहार, अलीपुरद्वार, तिनसुकिया, लुम्बडिंग, रंगिया।
- दक्षिण मध्य रेलवे – इसका गठन 2 अक्टूबर, 1966 को दक्षिण रेलवे के विजयवाड़ा मण्डल तथा हुबली मण्डल तथा मध्य रेलवे के सिकन्दराबाद मण्डल तथा सोलापुर को मिलाकर हुआ था। गठन के समय इसकी लम्बाई 6162 रूट किमी थी। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – सिकन्दराबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुण्टूर, गुंटकल, नांदेड़।
- उत्तर-पश्चिम रेलवे – इसका गठन 1 अक्टूबर, 2002 को पश्चिम रेलवे के अजमेर तथा जयपुर मण्डल एवं उत्तर रेलवे के बीकानेर तथा जोधपुर मण्डल को मिलाकर किया गया है। इसका मुख्यालय जयपुर में है। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – अजमेर, जयपुर, बीकानेर, जोधपुर।
- पूर्व-मध्य रेलवे – इसका गठन 1 अक्टूबर, 2002 को पूर्वोत्तर रेलवे के सोनपुर तथा समस्तीपुर मण्डल एवं पूर्व रेलवे के दानापुर, मुलगसराय तथा धनबाद मण्डल को मिलाकर किया गया है। इसका मुख्यालय हाजीपुर में है। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – दानापुर, सोनपुर, समस्तीपुर, मुगलसराय, धनबाद।
- पूर्व तटीय रेलवे – इसका गठन 1 अप्रैल, 2003 को दक्षिण पूर्व रेलवे खुर्दा रोड, वाल्टेयर, सम्बलपुर मण्डल को मिलाकर हुआ है। इसका मुख्यालय भुवनेश्वर में है। इस रेल मण्डल से सम्बन्धित रेल मण्डल है – खुर्दा रोड, वाल्टेयर, सम्बलपुर।
- पश्चिम मध्य रेलवे – इसका गठन 1 अप्रैल, 2003 को मध्य रेलवे का जबलपुर एवं भोपाल मण्डल एवं पश्चिम रेलवे के कोटा मण्डल को मिलाकर हुआ है। इसका मुख्यालय जबलपुर में है। इसके रेल मण्डल है – जबलपुर, भोपाल, कोटा।Railway GK Questions
- उत्तर-मध्य रेलवे – इसका गठन 1 अप्रैल, 2003 को उत्तर रेलवे का इलाहाबाद मण्डल, मध्य रेलवे का झाँसी मण्डल तथा नवगठित आगरा मण्डल मिलाकर हुआ है। इसका मुख्यालय इलाहाबाद में है। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – इलाहाबाद, आगरा, झाँसी।
- दक्षिण-पश्चिम रेलवे – इसका गठन 1 अप्रैल, 2003 को दक्षिण रेलवे का बंगलुरू और मैसूर मण्डल एवं दक्षिण मध्य रेलवे के हुबली मण्डल को मिलाकर किया गया है। इसका मुख्यालय हुबली में है। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – बंगलुरू, मैसूर, हुबली।
- दक्षिण-पूर्व रेलवे – इसका गठन 1 अप्रैल, 2003 को दक्षिण रेलवे का नागपुर मण्डल और बिलासपुर मण्डल एवं नवगठित रायपुर मण्डल को मिलाकर हुआ है। इसका मुख्यालय बिलासपुर में है। इससे सम्बन्धित रेल मण्डल है – नागपुर, बिलासपुर, रायपुर।
- मेट्रो रेलवे – यह भारतीय रेलवे का 17वाँ जोन है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है।
नोट :- कोंकण रेलवे का मुख्यालय बेलापुर (नवी मुम्बई) में है। यहाँ प्रथम रेलगाड़ी 26 जनवरी, 1998 को शुरू हुई थी। इसके निर्माण कार्य की शुरूआत अक्टूबर 1990 में हुई थी। इसका स्थापना दिवस 15 अक्टूबर को मनाया जाता है। इसमें (i) रत्नागिरी, (ii) मड़गाँव तथा (iii) कारवार नामक तीन मण्डल हैं। निगम लिमिटेड होने के कारण इसे क्षेत्रीय रेलवे में शामिल नहीं किया गया है।
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